गुरु पूर्णिमा पर श्री साई धाम में साईं बाबा को किन्नर बंटी महंत ने स्वर्ण जड़ित रूद्राक्ष की माला भेंट की
BREAKING
चंडीगढ़ एयरपोर्ट खोला गया; बंद किए गए सभी 32 एयरपोर्ट खोले गए, लोगों के लिए उड़ानें फिर से शुरू, यात्रियों के लिए ये सलाह जारी PM मोदी आज रात देश को करेंगे संबोधित; 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद राष्ट्र के नाम पहला संबोधन, आवास पर हाई लेवल बैठकों का दौर जारी पाकिस्तान में भूकंप के तेज झटके; धरती हिलने से कांप उठा पाक, लोगों में मची दहशत, रिक्टर स्केल पर कितनी मापी गई तीव्रता, जानिए विराट कोहली ने लिया संन्यास; टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा, ऐलान कर भावुक हुए, BCCI का बयान- टेस्ट क्रिकेट में एक युग का अंत पाकिस्तान की अब नई हवाबाजी; पाक सेना का बयान- हमने दिल्ली तक ड्रोन भेजे, भारत के कई सैन्य ठिकानों को तबाह कर डाला, VIDEO

गुरु पूर्णिमा पर श्री साई धाम में साईं बाबा को किन्नर बंटी महंत ने स्वर्ण जड़ित रूद्राक्ष की माला भेंट की

Guru Purnima 2024

Guru Purnima 2024

108 रूद्राक्ष मणकों की माला पर जड़ित किया गया है 300 ग्राम स्वर्ण  
लम्बी लाइनों में लगकर भक्तों ने गंगा जल से कराया बाबा का जलाभिषेक  

अर्थ प्रकाश संवाददाता
चंडीगढ़। Guru Purnima 2024: 
शहर में गुरु पूर्णिमा के इस अवसर पर श्री साई धाम, सेक्टर 29 में बड़ा आयोजन किया गया। सारा दिन कई कार्यक्रम हुए। आमजन अपने-अपने गुरु की अपनी श्रद्धा अनुसार पूजा-अर्चना कर गुरु के प्रति अपना समर्पण भाव अर्पित करते हैं। इसी प्रकार चंडीगढ़ किन्नर समाज की ओर से किन्नर बंटी महंत द्वारा बाबा को स्वर्ण जड़ित रूद्राक्ष की माला का विधिवत मंत्रोच्चार से पूजा करने के उपरान्त 108 मणकों की स्वर्ण जड़ित माला का बाबा को माल्यार्पण किया। 108 रूद्राक्ष मणकों की माला पर 300 ग्राम स्वर्ण जड़ित किया गया है। उल्लेखनीय है कि किन्नर बंटी महंत ने पिछले वर्ष भी गुरु पूर्णिमा पर बाबा को स्वर्ण मुकुट भेंट किया था। मंदिर परिसर में आज दोपहर की आरती के बाद 201 साधुओ को लंगर व वस्त्र भी बांटे गए।  इससे पूर्व विशेष तौर पर हरिद्वार से लाए गए गंगा जल से साईं बाबा की प्रतिमा का साईं भक्तों ने लम्बी लाइनों में लगकर अपने हाथों से मंगल स्नान करवा कर जलाभिषेक किया। प्रात:पांच बजे बाबा की कांकड़ आरती हुई। ततपश्चात पुरुष भक्तों द्वारा बाबा की प्रतिमा को मंगल स्नान करवाया गया। इसके बाद बाबा का अभिषेक व बाबा को भोग अर्पण किया गया। बाद में महिला भक्तों द्वारा बाबा को पुष्पाजंलि भेंट की गई। सुबह आठ बजे साईं सच्चरित्र का पाठ आरंभ हुआ जो सायं छह बजे संपन्न हुआ। दोपहर को बाबा की मध्यान्ह आरती के बाद सामूहिक भोज हुआ। साढ़े छह बजे सायं बाबा की धूप-आरती व चाय प्रसाद आदि का लंगर बरताया गया।